एक दशक के इंतजार के बाद भारतीय नौसेना को जुलाई में अमेरिका से पहली खेप में तीन एमएच-60 रोमियो हेलिकॉप्टर मिलेंगे। ये हेलिकॉप्टर बहुआयामी रडारों से लैस होंगे और रात में भी दुश्मन पर हमला कर सकेंगे।
इनमें हवा से सतह में मार करने वाली हेलफायर मिसाइलें, टारपीडो और दुश्मन पर अचूक निशाना लगाने वाले हथियार लगे हैं। रोमियो हेलिकॉप्टर मालवाहक विमानों, युद्धपोतों और विध्वंसकों से भी संचालित हो सकते हैं। इन्हें समुद्र में राहत एवं खोज अभियान के अलावा शिकारी पनडुब्बियों में भी तैनात किया जा सकता है।
भारत को अगले महीने पहली खेप में अमेरिका से मिलेंगे तीन रोमियो हेलिकॉप्टर
दरअसल, भारत और अमेरिका के बीच 2020 में लॉकहीड मार्टिन कंपनी से 16,000 करोड़ रुपये में ऐसे 24 बहुआयामी हेलिकॉप्टरों को खरीदने का करार हुआ था। भारत और अमेरिका 30 प्रीडेटर ड्रोन की खरीद को अंतिम रूप देने के लिए काम कर रहे हैं। ये ड्रोन भारत के सुरक्षा बलों की क्षमता में और इजाफा करेगा।
भारतीय पायलटों का पहला बैच प्रशिक्षण के लिए अमेरिका पहुंचा
भारतीय पायलटों का पहला बैच इन हेलिकॉप्टरों को चलाने के लिए प्रशिक्षण लेने अमेरिका पहुंच गए हैं। जो भारतीय प्रशिक्षण लेने अमेरिका पहुंचे हैं, उन्हें पहले फ्लोरिडा के पेनसैकोला शहर में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद ये पायलट बाकी की ट्रेनिंग कैलिफोर्निया के सैन डियागो में लेंगे।