सूत्रों ने साफ किया है कि पार्टी सीएम योगी आदित्यनाथ को बदलने पर विचार नहीं कर रही लेकिन कुछ अन्य बदलाव किए जा सकते हैं. वरिष्ठ नेता बीके संतोष के नेतृत्व वाली टीम की ओर ये करीब एक सप्ताह पहले यूपी में सरकार को लेकर फीडबैक लिए जाने के बाद आज की बैठक हो रही है. इस टीम ने मंत्रियों, विधायकों, सांसदों और सीएम के साथ समीक्षा बैठक की थी. बीजेपी के वैचारिक मागर्दर्शक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दत्तात्रेय होसबोले अपनी यात्रा के दौरान कैडर में कथित तौर पर असंतोष के भाव महसूस करने बाद फीडबैक सेशन की सिफारिश की थी. सूत्र बताते हैं कि सभी रिपोर्टों में यह बात प्रमुखता से कही गई कि योगी सभी को साथ लेकर नहीं चल पा रहे हैं. रिपोर्ट में गैर ठाकुरों (सीएम योगी इसी ठाकुर जाति से हैं) विशेषकर ब्राह्मणों के बीच असंतोष के बारे में भी जिक्र है. भगवा वस्त्र धारण करने वाले सीएम योगी को पार्टी सांसदों और विधायकों के लिए 'पहुंच से दूर' बताया गया है. यह भी कहा जा रहा है कि यूपी जब कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा था तब तो यह असंतोष, गहरी नाराजगी में बदल गया.
यूपी में फेरबदल में हाल ही में बीजेपी ने एंट्री करने वाले जितिन प्रसाद को अहम भूमिका मिल सकती है. 47 साल के जितिन की पहचान यूपी में कांग्रेस के शीर्ष ब्राह्मण चेहरे के तौर पर थे और राज्य में इस समाज के करीब 13 फीसदी वोट हैं. जितिन ने बुधवार को हो कांग्रेस पार्टी छोड़कर बीजेपी के साथ नाता जोड़ा है. सूत्रों के अनुसार, पूर्व नौकरशाह और पीएम मोदी के करीबी माने जाने एके शर्मा को भी यूपी सरकार में अहम रोल दिया जा सकता है.